कुछ नशा तिरंगे की आन है कुछ नशा मातृभूमि की शान का है हम लहराएँगे हर जगह ये तिरंगा नशा ये हिंदुस्तान की शान का है.
ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई, मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई, मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता.
आन देश की शान देश की देश की हम संतान है तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी ये पहेचान है गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं .
याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम, यह बलिदान तुम्हारा है, हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है.
आज़ादी की कभी शाम ना होने देगे, शहीदो की कुर्बानी बदनाम ना होने देगे, बची है जो 1 बूँद भी लहू की तो, भारत मा का आँचल नीलम ना होने देगे हॅपी रिपब्लिक डे.
“वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये, रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये, दिल एक है एक है जान हमारी, हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है.
मैं इसका हनुमान हूँ , ये देश मेरा राम है , छाती चीर के देख लो, अन्दर बैठा हिन्दुस्तान है.
मन में सारी बातें छिपाये रखना, अगर कुछ तुम्हे अच्छा ना लगे तो मन में दबाये रखना, क्योंकि हम भारत के वासी है, वक़्त पर हम दिखा देंगे ज़माने को, की देश हम जैसे जवान को है बचाये रखना.