भूल करने में पाप तो है ही, परन्तु उसे छुपाने में उससे भी बड़ा पाप है।
प्रार्थना या भजन जीभ से नहीं ह्रदय से होता है। इसी से गूंगे, तोतले और मूढ भी प्रार्थना कर सकते है।
गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती है। वह तो केवल अपनी ख़ुशी बिखेरता है। उसकी खुशबु ही उसका संदेश है।
जीवन की गति बढाने के अलावा भी इसमें बहुत कुछ है।
जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।
पूर्ण धारणा के साथ बोला गया “नहीं” सिर्फ दूसरों को खुश करने या समस्या से छुटकारा पाने के लिए बोले गए “हाँ” से बेहतर है।
श्रद्धा का अर्थ है आत्मविश्वास और आत्मविश्वास का अर्थ है ईश्वर में विश्वास।
हम जिसकी पूजा करते है उसी के समान हो जाते है।
खुद वो बदलाव बनिए जो दुनिया में आप देखना चाहते हैं।
“अहिंसा का वो था पुजारी, सत्य की राह दिखाने वाला, ईमान का पाठ जिसने पढ़ाया हमें, वो था बापू लाठी वाला । गाँधी जयंती की शुभ कामनायें!”
“अहिंसा ही धर्म है, वही जिंदगी का एक रास्ता है ।”
“आँख के बदले में आँख पूरे विश्व को अँधा बना देगी ।”
“त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था, पहनकर काठ की चप्पल जिसने सत्याग्रह का राग सुनाया था । शुभ गाँधी जयंती!”
“विश्व के सभी धर्म, भले ही और चीजों में अंतर रखते हों, लेकिन सभी इस बात पर एकमत हैं कि दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है ।”
“मौन सबसे सशक्त भाषण है, धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी ।”
“खुशनसीब होते हैं वो लोग, जो इस देश पर कुर्बान होते हैं; जान देकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं; करते हैं सलाम उन देश प्रेमियों को; जिनके कारण इस तिरेंगे का मान होता है ।
शुभ गाँधी जयंती!”
“सत्य और अहिंसा का पुजारी जिसने बिना शस्त्र उठाये अंग्रेजों को झुका दिया और भारत को आजाद करा दिया ।”
“इश्वर अल्ला तेरो नाम, सब को सम्पति दे भगवान! बोले तो गाँधी जयंती और गांधी गीरी जिंदाबाद!”
“खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं ।”
“थोडा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है ।”
“मैं मरने के लिए तैयार हूँ, पर ऐसी कोई वज़ह नहीं है, जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूँ ।”
“शांति का कोई रास्ता नहीं है, केवल शांति है ।”