किसी को चाह कर ना पाना दर्द देता है, लेकिन पाकर खो देना जिँदगी तबाह कर जाता है.
तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गया हूँ.
अखबार तो रोज़ आता है घर में, बस अपनों की ख़बर नहीं आती.
बेशक तू बदल ले अपने आपको लेकिन ये याद रखना.. तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता.
जो फुर्सत मिले तो मुड़कर देख लेना मुझे एक दफा तेरे प्यार में पागल होने की चाहत मुझे आज भी है.
बस इतने में ही कश्ती डुबा दी हमने जहाँ पहुंचना था वो किनारा ना रहा गिर पड़ते है, लडखडा के कदमों से जो थामा करता था वो आज सहारा ना रहा.
मैं तुमसे अब कुछ नहीं माँगता ए ख़ुदा, तेरी देकर छीन लेने की आदत मुझे मंज़ूर नहीं.
आँसू आ जाते हैं आँखों में पर लबों पर हंसी लानी पड़ती है ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो जिस से करते हैं उसी से छुपानी पड़ती है।
बर्बाद करना था तो किसी और तरीके से करते ! जिंदगी बनकर जिंदगी से जिंदगी ही छीन ली तुमने.
सुनो ! महफूज कर लो न हमें खुद में के बिन तेरे, बेवजह बिखर रहे हैं हम.
शराब से कुछ तो शराफत सीख ले ऐ इश्क बोतल पे कम से कम लिखा तो है, कि मै जानलेवा हूँ .
है कोई वकील इस जहान में, जो हारा हुआ इश्क जीता दे मुझको.
अब किस्मत ही मिला दें तो मिला दें वरना हम तो बिछड़ गये हैं, तूफान में परिंदों की तरह.
समय बहाकर ले जाता है, नाम और निशां लेकिन कोई हम में रह जाता है, और किसी में हम.
इश्क हमें जीना सिखा देता है, वफा के नाम पर मरना सिखा देता है…इश्क नहीं किया तो करके देखो, जालिम हर दर्द सहना सिखा देता है
शब्दों से ही लोगों के दिलों पे राज किया जाता है, चेहरे का क्या वो तो किसी भी हादसे से बदल सकता है.
तुझे तो हमारी मोहब्बत ने मशहूर कर दिया बेवफ़ा वरना तू सुर्खियों में रहे तेरी इतनी औकात नहीं.