Bewafa Shayari for Love

कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी, कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी, बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने, आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी.


Hum nadan the jo us ko apna humsafar samajh baithe, Wo chalte to humare sath the, magar kisi aur ki talash mein.


बेवफाओं की इस दुनियां में संभलकर चलना, यहाँ मुहब्बत से भी बर्बाद कर देते हैं लोग.


उसकी बेवफाई पे भी फ़िदा होती है जान अपनी, अगर उस में वफ़ा होती तो क्या होता खुदा जाने.


Mat Pooch Sabar ki Taaqat kab tak hai, Tu Bewafaai karle teri Taaqat jaha tak hai.


वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से, हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए.


Aadat muje andhero se Darne ki Daal Kar, Ek Shakss meri Zindagi ko Raat kar gaya.


चाहते हैं वो हर रोज़ नया चाहने वाला. ऐ खुदा मुझे रोज़ इक नई सूरत दे दे.


तन्हाइयों में जो लोग रोज जीते हैं, वो कभी किसी को अकेला नहीं छोड़ते यकीन मानो मेरा दिल आज भी मानने को तैयार नहीं कि, इतना खूबसूरत चेहरा धोखा भी दे सकता था.


जो तेरे दूर जाने पर भी मेरे साथ रहा, वह और कुछ नहीं बस तेरा ही एक एहसास था उम्र भर गैरों से बचने की नसीहत दे कर हर कदम पर अपनों ने लुटा है हमें.


Bandh mutthi me Ret ki Tarah, Bhoola diya tumne zara zara karke.


वो हमसे फुर्सत में इश्क करते थे, हमें उनसे इश्क़ करने से फुर्सत ना थी.


नसीब में एक खिलवाड़ बड़ा अजीब होता है जिसे हम दिल से चाहते हैं वही नसीब में नहीं होता.


वो बचपन ही अच्छे थे साहब, खिलौने टूटा करते थे दिल नहीं.

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